आशीष यादव की रिपोर्ट
मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने किया अपील,झारखंड सरकार की ओर से जनजागरूकता अभियान
रांची:-झारखंड में मानसून के दौरान सांप के काटने की घटनाएं बढ़ जाती हैं। ऐसे में मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने राज्यवासियों से अपील की है कि सर्प-दंश की स्थिति में घबराएं नहीं, बल्कि सही कदम उठाकर जान बचाई जा सकती है। राज्य सरकार की ओर से दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं कि ऐसे समय में क्या करें और क्या नहीं।
साप काटने के बाद क्या करें (DO’S)
1️⃣ घाव को तेज़ बहते पानी से धोएं – जहाँ साँप ने काटा है, उस जगह को तेज़ धार से धोएं ताकि ज़हर बाहर निकल सके।
2️⃣ पीड़ित को शांत रखें – घबराहट से रक्तचाप (BP) बढ़ सकता है, जिससे ज़हर तेज़ी से फैलता है।
3️⃣ शरीर की स्थिति ठीक रखें – अगर हाथ पर काटा है तो उसे मोड़ें और नीचे की ओर लटकाएं, जैसे फ्रैक्चर हो गया हो।
4️⃣ जल्द से जल्द एंटी वेनम लगवाएं – प्राथमिक उपचार में देरी न करें, नज़दीकी स्वास्थ्य केंद्र जाएं।
5️⃣ सरकारी अस्पतालों में मुफ्त इलाज उपलब्ध – एंटी वेनम दवाई सभी सरकारी अस्पतालों एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर मौजूद है।
साप के काट लेने के बाद क्या न करें (DON’T’S)
1️⃣ घाव को काटें या चूसें नहीं – दंश वाली जगह को काटने या मुँह से ज़हर खींचने से जहर और फैलता है।
2️⃣ घबराएं नहीं – डरने से हार्ट रेट तेज़ होता है, जिससे स्थिति बिगड़ सकती है।
3️⃣ पीड़ित को सोने या खड़े होने न दें – इससे शरीर में ज़हर के प्रसार की संभावना बढ़ जाती है।
4️⃣ झाड़-फूंक से बचें – अंधविश्वास में पड़कर देरी करने से जान पर बन सकती है।
झारखण्ड सरकार का आग्रह:
सर्प-दंश की स्थिति में तुरन्त नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र जाएं। झारखंड सरकार पूरी तरह तैयार है और सभी अस्पतालों में पर्याप्त मात्रा में एंटी वेनम मौजूद है।आपका सतर्क रहना ही आपकी और आपके परिवार की सुरक्षा है।