झारखंड में जहां कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है अब वहीं सरकार की व्यवस्थाओं की पोल भी खुलने लगी है.
सरकार के लाख दावों के बावजूद जमीनी हकीकत काफी नाजुक स्थिति में आ पहुंची है
खबर सीधे राजधानी रांची से आ रही है जहां मरीजों ने डॉक्टर पर हमला बोल दिया
घटना रांची डोरंडा स्थित बाबा रिसालदार अस्पताल की है

रांची: झारखंड में कोरोना की चपेट में सारे जिले आ चुके हैं लगातार बढ़ रहे आंकड़ों के साथ कोरोना संक्रमितो की संख्या प्रदेश में 7740 पहुंच चुकी है. आपको बता दें झारखंड सरकार के सुस्त रवैया पर हाईकोर्ट ने शुक्रवार को ही तल्ख तेवर दिखाते हुए कोरोना संक्रमण मद्देनजर राज्य में हो रही सुस्त कोरोना जांच एवं रोकथाम संबंधी उपायों पर ठोस कदम उठाने की बात कही थी अन्यथा बिहार वाले हालात के लिए भी आगाह किया था. फिलहाल जो खबर निकल कर सामने आ रही है झारखंड में व्यवस्थाओं की पोल खुलती दिख रही है, दरअसल मामला सीधे राजधानी रांची से है जहां अब मरीजों का सरकार की बदहाल व्यवस्था के बाद आक्रोश डॉक्टरों पर हमला के रूप में देखने को मिला है.
डोरंडा स्थित बाबा रिसलदार अस्पताल में व्यवस्थाओं का आलम

तमाम समस्याओं के बीच बाबा रिसालदार अस्पताल में पिछले कुछ दिनों से बिजली की आंख मिचौली चल रही है आपको बता दें यहां कोरोना संक्रमित मरीज रखे गए हैं. जरूरतों के मोहताज मरीजों की स्थिति बदहाल है . व्यवस्थाओं का आलम कुछ ऐसा है की मरीज उचित आहार तक के लिए वंचित है ऐसे में वहां कोरोना पीड़ित मरीजों के हालात दयनीय होती गई .
शिकायत के बावजूद कोई सुनवाई नहीं हुई

मिल रही खबरों के मुताबिक अस्पताल के हालात को लेकर कई बार बड़े अधिकारियों को अवगत कराया गया, लेकिन ढाक के तीन पात वाली बात हुई कोई व्यवस्था में सुधार नहीं हुआ. शिकायत तो इस बात की भी है कि संक्रमण सुरक्षार्थ चिकित्सको व नर्सिंग स्टाफ को कीट व सुरक्षा उपकरण जैसे बुनियादी जरूरतें भी पूरी नहीं की गई.

डॉक्टर को जान बचाकर भागने वाली नौबत आ गई

कुव्यवस्था के बीच रह रहे मरीजों का गुस्सा आज अचानक फूट पड़ा , खबरों के मुताबिक आज शाम 5 से 9 के बीच बिजली फिर से गुल थी. बदतर हालात में रह रहे मरीज आक्रोशित हो गए और डॉक्टरों पर ही हमला बोल दिया , ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर किसी प्रकार अपनी जान बचाते हुए बाहर निकले और इसकी सूचना सीनियर ऑथोरिटी, पुलिसकर्मियों सहित तमाम अधिकारियों को दी
