खूबसूरत तस्वीर मानवीय संवेदना दर्शाती, भावनाओं से परिपूर्ण कर्तव्यों का निर्वहन करती पुलिस आम लोगों का दिल जीत रही है. विश्वव्यापी कोरोना महामारी में पुलिसकर्मी अपनी सर्वश्रेष्ठ भूमिका में है; संक्रमण की परवाह ना कर जान दांव पर तो लगा ही रहे, साथ ही गरीब, बेसहारा, असहाय की मदद बन मिसाल भी पेश कर रहे हैं.वर्तमान परिस्थितियों में झारखंड पुलिस का चेहरा काबिले तारीफ है. जो दिल में सुकून चेहरे पर मुस्कान लिए देवदूत बन राज्य के गरीब आवाम की आस बने चुके हैं.
बच्चे को अपने हाथों से खाना खिलाया..
वाक्यात करीब 20 दिन पुरानी राजधानी रांची के चर्च रोड की है, जहां करीब 1:30 बजे के आसपास मां अपने बच्चे के साथ भूखी सोई पड़ी थी. लोअर बाजार पुलिस की नजर मां और बच्चे पर पड़ी. बच्चे को उठाया. हृदय विदारक परिस्थितियों में बच्चे का गंदा हाथ देख , पुलिस ने बच्चे को खुद से खाना खिलाया.

जानकारी को बता दे पुलिस अधिकारी व जवान शहर और ग्रामीण इलाकों में में घूम घूम कर भूखे, प्यासे लाचार गरीब को सामाजिक संस्थानों के सहयोग से भी स्टॉल लगाकर या उन तक पहुंच कर भोजन उपलब्ध करा रहे हैं. लॉक डाउन का सबसे बुरा प्रभाव गरीब जनता पर है, खासकर दिहाड़ी पर गुजर-बसर करने वालों का जीवन दाने-दाने को मोहताज हो चुका है. दो वक्त की रोटी के लिए देवदूत की राह देखते हैं…
