रविवार को दुमका राजभवन प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने ऐसे संकेत दिए जहां बरहेट विधानसभा सीट छोड़ पत्नी कल्पना सोरेन को राजनीति में ला सकते हैं.
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान पूछे गए सवाल पर कि आप दुमका और बरहेट में कौन सी सीट छोड़ने वाले हैं मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बताया दुमका से भावनात्मक और आत्मीय लगाव रहा है बचपन यही गुजारा, दुमका से चुनाव जितना सम्मान की बात है, अभी हाल में ही श्री सोरेन के दिल्ली दौरे पर राष्ट्रपति उपराष्ट्रपति मुलाकात के दौरान उनकी पत्नी कल्पना सोरेन भी साथ रही, संकेत माने जा सकते हैं कल्पना सोरेन सक्रिय राजनीति में आने वाली है

सूत्रों की मानें तो सीएम के छोटे भाई बसंत सोरेन की भी राजनीतिक पदार्पण हो सकती है राज्यसभा भेजने के कयास हैं
वीर शहीद सिदो- कान्हू की जन्मस्थली भोगनाडीह में लोगों को संबोधित करते हुए श्री सोरेन ने स्पष्ट तौर पर कहा मजदूर, किसान, पारा शिक्षक, रसोईया सहायिका, सेविका सभी के बारे में हम सोच रहे हैं. सरकार का ध्यान सबके ऊपर है, संयम रखें हमें सहयोग करें. उन्होंने आगे बताया राज्य में सामाजिक समरसता किसी भी हालत में नहीं बिगड़ने दी जाएगी पूरा राज एक परिवार जैसा है और यही भावना होनी चाहिए
संबोधन में उन्होंने कहा लोगों को विश्वास दिलाना चाहते हैं. मुख्यमंत्री के तौर पर नहीं बल्कि एक बेटा, एक भाई और एक दोस्त के रूप में पूरे प्रदेश में काम करेंगे.

मुख्यमंत्री के तौर पर श्री सोरेन का यह पहला संथाल परगना दौरा था
मुख्यमंत्री ने बोला सरकार किसानों के हितों का ध्यान रखते हुए धान की तरह ही सब्जियों का न्यूनतम समर्थन मूल्य तय करेगी
केंद्र के सामने झारखंड में ट्राइबल यूनिवर्सिटी खोलने की मांग करेंगे
11 12 जनवरी सीएम हेमंत सोरेन की मुलाकात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से हो सकती है
