12 दिसंबर 2007 को रामगढ़ को जिला बनाया गया था, 13 साल बाद जिले को ब्लड बैंक की सौगात मिली, शुक्रवार को इसकी शुरुआत सदर अस्पताल परिसर में स्थानीय विधायक ममता देवी ने उद्घाटन कर किया.

रामगढ़: शुक्रवार रामगढ़ को ब्लड बैंक की सौगात स्थानीय लोगों के लिए राहत भरी खबर है, खासकर ऐसे बच्चे जो थैलेसीमिया से पीड़ित है, डायलिसिस के मरीज, और आकस्मिक दुर्घटना में घायल लोग जिन्हें ब्लड की आवश्यकता के लिए रांची रिम्स या जिले के बाहर ब्लड बैंकों से संपर्क करना होता था. रामगढ़ में ब्लड बैंक की व्यवस्था हो जाने के बाद अब स्थानीय लोगों को ब्लड के लिए बाहर जाने की आवश्यकता नहीं होगी. जानकारी को बता दे एक समय में ब्लड बैंक में 200 यूनिट ब्लड स्टोर किए जा सकेंगे.
3 साल पहले धनंजय कुमार पुटूस ने रामगढ़ जिले के लिए ब्लड बैंक की आवश्यकता संबंधित आवेदन जिले की तत्कालीन डीसी राजेश्वरी बी. को सौंपा था.

जिले में ब्लड बैंक की आवश्यकता को लेकर कई संस्थान व स्थानीय लोगों की मांग रही, मालूम हो रामगढ़ बचाओ संघर्ष समिति के अध्यक्ष धनंजय कुमार पुटूस ने 19/ 7/ 17 जिले में ब्लड बैंक की आवश्यकता पर तत्कालीन उपायुक्त राजेश्वरी बी को संबंधित आवेदन दिया था; जिले में ब्लड बैंक की उपलब्धता सुनिश्चित ना होने पर सारी समस्याओं से अवगत कराया था.