2013 में टेट पास उम्मीदवारों के सर्टिफिकेट की वैधता दो साल बढ़ाएगी सरकार
मदरसा शिक्षकों को मिलेगा अनुदान
आंदोलनकारी पारा शिक्षकों पर दर्ज मुकदमे होंगे वापस
शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो ने मुख्यमंत्री को लिखा पत्र
राँची/झारखंड: साल 2013 में झारखंड शिक्षक पात्रता परीक्षा पास किये हुए उम्मीदवारों के सर्टिफिकेट की वैधता को अगले दो साल और बढ़ाने पर सरकार विचार कर रही है. इसे लेकर शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को पत्र लिख कर वैधता बढ़ाने की बात कही है. शुक्रवार को ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम, गिरीडीह विधायक सुदिव्य सोनू एवं शिक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ बातचीत करते हुए शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो ने कई महत्वपूर्ण निर्णय लिये हैं. बातचीत के दौरान उन्होंने मदरसा शिक्षकों एवं उनकी अनुदान राशि पर चर्चा की. चर्चा के बाद मदरसा में कार्यरत शिक्षकों को अनुदान राशि देने पर सहमति बनी है. इसके बाद मदरसा शिक्षकों को तीन वर्षों से लंबित अनुदान राशि मिलने की आस जगी है.
कोरोना परिस्थिति को देखते हुए लिया निर्णय

जे-टेट सफल उम्मीदवारों के सर्टिफिकेट की वैधता को लेकर मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में शिक्षामंत्री ने कहा है कि जे-टेट परीक्षा 2013 के प्रमाण पत्र की वैधता अवधि 7 वर्षों की थी, जो समाप्त हो रही है. कोरोना महामारी को ध्यान में रखते हुए उक्त प्रमाण पत्र की वैधता को अगले दो वर्षों के लिए विस्तारित किया जायेगा. इसके साथ ही उन्होंने पारा शिक्षकों के हित में भी निर्णय लिया है. शिक्षा मंत्री ने कहा है कि बीते पांच वर्षों में पारा शिक्षक आंदोलन करते आये हैं. जिनमें कई आंदोलनकारी पारा शिक्षकों पर विभिन्न थाना में प्राथमिकी दर्ज हैं. वैसे सभी पारा शिक्षकों के ऊपर से प्राथमिकी को वापस लेने पर विचार किया गया है.
50666 उम्मीदवारों को मिलेगा लाभ
गौरतलब है कि 2013 में शिक्षक पात्रता परीक्षा में कुल 50,666 उम्मीदवार सफल हुए थे. इन्हें 28 मई 2013 से सर्टिफिकेट जारी किया गया था. साल 2013 की टेट परीक्षा में क्लास एक से पांच के लिए 22,850 और क्लास छह से आठ के लिए 43,514 अभ्यर्थी सफल हुए थे. इनमें से 15,698 की नियुक्ति हुई. जिसमें क्लास एक से पांच में 12,486 और छह से आठ में 3,212 शिक्षकों की नियुक्ति हुई. वहीं राज्य में 300 से आंदोलनकारी पारा शिक्षकों पर राज्य के विभिन्न थानों में प्राथमिकी दर्ज है.